यहूदी उग्रवाद न सिर्फ कब्जे वाली जमीन पर बल्कि पूरे क्षेत्र में हिंसा और अस्थिरता का मुख्य कारण
नई दिल्ली:ईरान के राजदूत डॉ. इराज इलाही ने अमेरिका और अन्य पश्चिमी देशों द्वारा इजरायल में पिछले हफ्ते हुए आतंकवादी हमले के लिए हमास को संभावित समर्थन देने के सवाल का जवाब दिया.वह अपनी अमानवीय विचारधारा और वास्तविकताओं के गलत मूल्यांकन के की वजह से फिलिस्तीन में संघर्ष को बढ़ावा दे सकते हैं. राजदूत ने कहा कि वह स्वतंत्र रूप से रंगभेद और कब्जे के खिलाफ खड़े हमास की जरूरी ताकत को इजरायल नकारने की कोशिश करता है.उन्होंने कहा कि यहूदी शासन तीन तथ्यों को छिपाने के लिए इन झूठे आरोपों का प्रचार करता है. पहले तो वह संघर्ष की मुख्य वजह को छिपाने के लिए बाहरी कारकों को जिम्मेदार ठहराने की कोशिश करता है, जो कि फिलिस्तीनियों के खिलाफ निरंतर और क्रूर अपराध है. यहूदी उग्रवाद न सिर्फ कब्जे वाली जमीन पर बल्कि पूरे क्षेत्र में हिंसा और अस्थिरता का मुख्य कारण है.
इजरायल-फिलिस्तीन युद्ध अब तक थमने का नाम नहीं ले रहा है. हमास के लड़ाके लगातार इजरायल पर हमला कर रहे हैं और इजरायल भी बदले में फिलिस्तीन को मुंहतोड़ जवाब दे रहा है. ऐसे हालात में दुनिया दो हिस्सों में बंट गई है. कुछ देश इजरायल के समर्थन में खड़े हैं तो कुछ देश फिलिस्तीन को समर्थन कर रहे हैं. ईरान वह देश है, जिसको फिलिस्तीन का समर्थक माना जाता है