नई दिल्ली: संसद को आज नए भवन में स्थानांतरित किया जा रहा है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पुराने संसद भवन के विदाई समारोह के अवसर पर कहा कि ये सेंट्रल हॉल हमारी भावनाओं से भरा हुआ है. हमें भावुक भी करता है और हमें हमारे कर्त्तव्यों के लिए प्रेरित भी करता है.संसद के विशेष सत्र के दौरान प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि नए संसद भवन में हम सब मिलकर नए भविष्य का श्रीगणेश करने जा रहे हैं. आज हम यहां विकसित भारत का संकल्प दोहराना, फिर एक बार संकल्प बद्ध होना और उसका परिपूर्ण करने के लिए जी जान से जुटने के इरादे से नए भवन की तरफ प्रस्थान कर रहे हैं. इससे पहले प्रधानमंत्री ने सभी देशवासियों को गणेश चतुर्थी की शुभकामनाएं दीं.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पुराने संसद भवन के विदाई समारोह के अवसर पर कहा यहीं, संविधान सभाओं की बैठकें हुईं. संविधान ने आकार लिया. यहीं तिरंगा और राष्ट्रगान अपनाया गया. संसद में 4000 से अधिक कानून पास हुए.अनुछेद 370 से मुक्ति का कानून बना. 1952 के बाद दुनिया के करीब 41 राष्ट्राध्यक्षों ने इस सेंट्रल हॉल में हमारे सभी माननीय सांसदों को संबोधित किया है. हमारे सभी राष्ट्रपति महोदयों के द्वारा 86 बार यहां संबोधन दिया गया है. यहां से हम नए संकल्प के साथ प्रस्थान कर रहे हैं. पीएम मोदी ने कहा कि हम नए भवन में जा रहे हैं, तो इस पुराने भवन की गरिमा कम नहीं होनी चाहिए. इसलिए पुराने संसद भवन को ‘संविधान सदन’ के रूप में जाना जाए, ताकि इसका सम्मान कम न हो और आने वाली पीढि़यां इसे याद रखें.