नई दिल्ली:देश की 75 साल की संसदीय यात्रा का इतिहास संजोए हुए पुराना संसद मंगलवार 19 सितंबर को अलविदा कहेगा। लोकसभा, राज्यसभा और संसद के दोनों सदनों के सदस्यों को इस विशिष्ट दिन को यादगार बनाने के लिए विशेष उपहार दिए जाएंगे। नई संसद की टिकट वाली पुस्तिका, 75 रुपये का चांदी का सिक्का और संविधान की कॉपी उपहार में शामिल होगी। संसद भवन की मुहर सहित कई अन्य उपहार भी शामिल होंगे।प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अगवानी में नवनिर्मित संसद में सांसदों का प्रवेश होगा।
प्रधानमंत्री के साथ वरिष्ठ मंत्री और राज्यसभा और लोकसभा के सांसद होंगे। इस दौरान, सेंट्रल हॉल में एक कार्यक्रम होगा जिसमें भारत को 2047 तक समृद्ध देश बनाने का लक्ष्य रखा जाएगा। प्रधानमंत्री सेंट्रल हॉल से संविधान की प्रति लेकर नए भवन तक पैदल जाएंगे। प्रधानमंत्री मोदी के पीछे हर सांसद चलेगा। नई संसद में प्रवेश के बाद एक विधिवत् पूजा पाठ भी होने वाली है, जो कम से कम डेढ़ घंटे चलेगी।