नई दिल्ली: संसद के विशेष सत्र की घोषणा करते हुए संसदीय कार्य मंत्री प्रहलाद जोशी ने कहा, “संसद का विशेष सत्र (17वीं लोकसभा का 13वां सत्र और राज्यसभा का 261वां सत्र) आगामी 18 से 22 सितंबर के दौरान होगा. जिसमें पांच बैठकें होंगी. अमृतकाल के दौरान होने वाले इस सत्र में संसद में सार्थक चर्चा और बहस होने को लेकर आशान्वित हूं.
ऐसी अटकलें भी हैं कि संसद के विशेष सत्र में पूरे देश में एक साथ चुनाव कराने का बिल लाया जा सकता है. प्रधानमंत्री कई मौकों पर एक देश एक चुनाव की वकालत कर चुके हैं. जानकारों के मुताबिक फिलहाल ये मुमकिन नहीं है.इसके लिए संविधान में संशोधन करना होगा. लोकसभा का कार्यकाल बढ़ाने या तय समय से पहले खत्म करना होगा.कुछ विधानसभाओं का कार्यकाल बढ़ाना होगा. कुछ विधानसभा का कार्यकाल समय से पहले खत्म करना होगा. इसके लिए सभी दलों में आम राय जरूरी है
केंद्र की मोदी सरकार ने 18 से 22 सितंबर तक संसद का विशेष सत्र बुलाया है. इस विशेष सत्र में 5 बैठकें होंगी. अब से तीन महीने में पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव होने हैं. फिर आठ महीने में लोकसभा चुनाव भी हैं.