बिल सुधारे बिना काटे जा रहे किसानों के बिजली कनेक्शन, नाराज उपभोक्ताओं ने कलेक्टर को सौंपा ज्ञापन:योगेश
बेमेतरा, :भारी भरकम बिजली बिल की समस्या से उपभोक्ताओं को निजात नहीं मिल रही है । ग्राम पिपरभट्ठा के किसानों को 70 हजार से 1 लाख तक भारी भरकम बिजली बिल थमाया गया हैं । बिजली विभाग दावे के विपरीत उपभोक्ता परेशान हैं और बिल में सुधार करने के लिए कार्यालय के चक्कर काट रहे हैं । इस संबंध में क्षेत्र के किसानों की शिकायत पर किसान नेता योगेश तिवारी बेमेतरा विद्युत विभाग के अधिकारी से मुलाकात कर समस्या के निराकरण को लेकर चर्चा की । ग्राम पिपरभट्ठा के ग्रामीण विभाग की ओर से भेजे गए अनाप-शनाप बिजली बिल को कम करने को लेकर अधिकारियों से गुहार लगाकर थक चुके हैं, लेकिन कहीं भी संतोषजनक जवाब नहीं मिल रहा है । किसान नेता ने अधिकारी को बताया कि भारी भरकम बिजली बिल पटाने पर असमर्थता जाहिर करने पर विद्युत कनेक्शन काटने की कार्रवाई की गई है ।
बिजली बिल सुधारे बिना काटे जा रहे हैं कनेक्शन
ग्रामीणों ने बताया कि उपभोक्ताओं को अनाप-शनाप बिजली बिल भेजे जा रहे हैं । इन बिलों को सुधारे बगैर कनेक्शन विच्छेद की कार्रवाई की जा रही है । गांव में 30-40 उपभोक्ताओं के कनेक्शन काटे गए हैं । जिससे उपभोक्ता और उनके परिवार के लोग काफी परेशान हैं। ग्रामीण नकुल साहू पीपरभट्ठा, लेखराम वर्मा बहेरा, ओमप्रकाश साहू बहेरा, परमानंद सारथी बहेरा, पुनितराम साहू बहेरा, चंद्रेश साहू पीपरभट्ठा , अजय मिश्रा, लखन चक्रधारी, मनोज पटेल, पियूष शर्मा, राजू साहू,मनोज सिन्हा, गन्नू साहू, बलराम राय, यशवंत टंडन,नरेश राय, मनोज बंजारे, धर्मेंद्र साहू, शिवम् दीवान, तुसार राजपूत आदि के कनेक्शन काट दिया गया है ।
बिल के सुधार होने तक उपभोक्ताओं का कनेक्शन विच्छेद नहीं करने की मांग
ग्रामीणों ने बिल के सुधार होने तक कनेक्शन विच्छेद नहीं करने का आग्रह किया है । उपभोक्ताओं ने बताया कि बिजली कर्मियों की लापरवाही का खामियाजा उपभोक्ताओं को भुगतना पड़ रहा है । ग्रामीणों को अनाप शनाप बिजली के बिल भेजे जा रहे हैं, जिससे उनके माथे पर चिंता की लकीरें खिंच गई है । ग्रामीणों ने कहा किसानों व मजदूर वर्ग को इस प्रकार के बिल जारी करना दुर्भाग्यपूर्ण हैं ।
मीटर रीडिंग की व्यवस्था को दुरुस्त करे बिजली विभाग, महीनों नही हो रही रीडिंग
उपभोक्ताओं ने बताया कि मीटर रीडरों की लापरवाही का खामियाजा उपभोक्ताओं को भुगतना पड़ रहा है । रीडिंग में कोताही बरती जा रही है । रीडर कई महीने रीडिंग के लिए नही पहुचना सामान्य बात है, लेकिन कई उपभोक्ताओं ने बताया कि करीब साल भर तक रीडर मीटर रीडिंग के लिए नहीं पहुंचे हैं ऐसी स्थिति में विभाग की ओर से अनाप-शनाप बिजली बिल भेजा जा रहा है जो पटाने में असमर्थ हैं । विभाग को मीटर रीडिंग की व्यवस्था को दुरुस्त करना पड़ेगा ताकि उपभोक्ता को हर माह बिजली का बिल मिले ताकि उसे पटाने के साथ शासन की ओर से मिलने वाली सब्सिडी का लाभ मिले ।