रायपुर:. विप्र कला,वाणिज्य एवं शारीरिक शिक्षा महाविद्यालय एवं विवेकानंद महाविद्यालय के संयुक्त तत्वावधान में वाणिज्य एवं प्रबंध संकाय द्वारा ई कंटेंट डेवलपमेंट विद एक्सेसिबल प्लेटफॉर्म इन वेरियस फैकल्टी ऑफ़ स्टडीज विषय पर आयोजित तीन दिवसीय नेशनल वर्कशॉप के तीसरे दिवस समापन समारोह मुख्य अतिथि प्रो. गिरीश कांत पांडेय (पूर्व कुलसचिव, पंडित रविशंकर शुक्ल विश्वविद्यालय रायपुर एवं प्राचार्य ,शासकीय महाविद्यालय नवागढ़ )के मुख्य आतिथ्य एवं प्रो. प्रीति के .सुरेश (संचालक, मालवीय मिशन टीचर ट्रेनिंग सेंटर एवं प्रोफेसर ,इंस्टिट्यूट ऑफ़ फार्मेसी पं. रविशंकर शुक्ल विश्वविद्यालय रायपुर ,की गरिमामय उपस्थिति में संपन्न हुआ।
विप्र महाविद्यालय के सभागार में आयोजित समापन समारोह में प्रो.गिरीश कांत पांडेय ने कहा कि आज की पीढ़ी डिजिटल वर्ल्ड में रहती है। उसे शिक्षित करने के लिए विश्वसनीय ,प्रमाणित और गुणवत्तापूर्ण ई कंटेंट आवश्यक हो गया है। आज के विद्यार्थी को सिर्फ क्लास रूम में बांधकर नहीं रखा जा सकता। उसे क्लासरूम में सीखाकर ई कंटेंट के माध्यम से जानकारी को विस्तार देना प्राध्यापक के लिए उचित है। इसके लिए आज हर शिक्षक को ई कंटेंट डेवलप करना आना चाहिए। साथ ही विद्यार्थियों को यह भी बताना होगा की कौन से विषय का कौन सा चैप्टर के लिए ई कंटेंट कहां-कहां से मिल सकता है। क्योंकि आज की पीढ़ी जिस माध्यम से सीखना चाहता है, उसे उसी माध्यम में शिक्षित करना होगा और वह माध्यम आज के समय में ऑनलाइन क्लास या ई कंटेंट ही हो सकता है।
इस अवसर पर प्रो. प्रीति के. सुरेश ने कहा कि वर्तमान समय में गुणवत्तापूर्ण शिक्षा के लिए ई कंटेंट विकसित करना आवश्यक हो गया है ।छात्रों तक पहुंचाने के लिए ई कंटेंट को विकसित करने का हम जितना भी प्रैक्टिस करते जाएंगे, उतना यह सीखने और सीखने की प्रक्रिया में सहयोगी होता जाएगा।
इसके पूर्व विप्र कॉलेज के प्राचार्य डॉ.मेघेश तिवारी ने अतिथियों का स्वागत करते हुए कहा कि कोरोना काल ने हम सबको सिखाया है कि ऑनलाइन क्लास मजबूरी में ही सही पर विद्यार्थियों को शिक्षित करने के लिए जरूरी है और ऑनलाइन क्लास के बाद विद्यार्थियों तक पाठ्य सामग्री पहुंचाने के लिए ई कंटेंट महत्वपूर्ण बन गया है। यह वर्कशॉप महत्वपूर्ण और समसामयिक बन गया है क्योंकि डिजिटल इंडिया के बिना विकसित भारत संभव नहीं है। इस अवसर पर विवेकानंद कॉलेज के प्राचार्य डॉ. मनोज मिश्रा ने तीन दिवसीय कार्यशाला का रिपोर्ट प्रस्तुत करते हुए कहा कि इस कार्यशाला से ई कंटेंट विकसित करने के लिए महत्वपूर्ण जानकारी मिली हैं।अतः यह कार्यशाला तभी सफल माना जाएगा, जब हम सभी प्राध्यापक गुणवत्तापूर्ण ई कंटेंट डेवलप करके विद्यार्थियों के लिए उपलब्ध कराए।
इसके पूर्व प्रथम तकनीकी सत्र के विषय विशेषज्ञ डॉ. ममता ब्रह्मभट्ट (प्रोफेसर एंड हेड ,डिपार्टमेंट आफ बिजनेस इंटेलिजेंस बीके स्कूल आफ प्रोफेशनल एंड मैनेजमेंट स्टडीज गुजरात यूनिवर्सिटी) मूक ऑनलाइन सर्टिफिकेट कोर्स के संबंध में विस्तार पूर्वक जानकारी प्रदान किया ।दूसरे तकनीकी सत्र के विषय विशेषज्ञ प्रो. प्रीति के. सुरेश (संचालक एमएमटीटी सेंटर एवं प्रोफेसर इंस्टिट्यूट ऑफ़ फार्मेसी ,पंडित रविशंकर शुक्ल विश्वविद्यालय रायपुर) भौतिक सम्पदा संरक्षण के लिए कॉपीराइट के नियमों और काफी राइट की पद्धति की जानकारी दी।तत्पश्चात प्रतिभागियों को प्रमाण पत्र वितरित किया गया। वर्कशॉप का संचालन विप्र कॉलेज के सहायक प्राध्यापक डॉ. निधि श्री शुक्ला ने किया। अंत में आभार प्रदर्शन वर्कशॉप के संयोजक डॉ. आराधना शुक्ला ने किया। इस अवसर पर दोनों कॉलेज के समस्त प्राध्यापक सहित बड़ी संख्या में विद्यार्थी उपस्थित थे।