दंतेवाड़ा:जिला प्रशासन एवं कृषि विभाग के द्वारा आकांक्षी जिला दंतेवाड़ा को जैविक जिला बनाने की ओर वृहद स्तर पर प्रयास किए जा रहे हैं। इन प्रयासों में प्रमुख रूप से जिले के किसानों को जैविक खेती की विभिन्न तकनीकों से अवगत कराया जा रहा है। किसानों को रासायनिक खेती को छोड़ कर जैविक खेती की ओर अग्रसर करना एवं किसानों का जैविक प्रमाणीकरण इत्यादि गतिविधियां शामिल है।
गौरतलब है कि दंतेवाड़ा जिले में रासायनिक खाद एवं कीटनाशकों का प्रचार-प्रसार और विक्रय प्रतिबंधित किया गया है। इसके अतिरिक्त वृहद क्षेत्र प्रमाणीकरण अंतर्गत जिले के 110 गांव के 10 हजार 264 किसानों के 65 हजार 279 हेक्टेयर भूमि का जैविक प्रमाणीकरण किया जा चुका है जो कि देश में सबसे बड़ा क्षेत्र है।
चौरा “शहर”
ब्रेकिंग
- प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री के सुशासन ने महिलाओं को स्वावलंबी बनाने की दिशा में उठाया ऐतिहासिक कदम
- राष्ट्रपति ने कोंडागांव की बेटी हेमबती नाग को “प्रधानमंत्री राष्ट्रीय बाल पुरस्कार – 2024” से किया, सम्मानित
- महिलाओं का बढ़ा आत्मसम्मान महतारी वंदन योजना से
- नैसर्गिक सुंदरता के लिए विख्यात जशपुर के मयाली और मधेश्वर पहाड़ की देश-दुनिया में बनी अलग पहचान
- लखपति दीदी बनने की कहानी, कृष्णा सिंह की जुबानी