रायपुर :. छत्तीसगढ़ युवा विकास संगठन संचालित विप्र कला ,वाणिज्य एवं शारीरिक शिक्षा महाविद्यालय तथा दिशा कॉलेज रायपुर के संयुक्त तत्वावधान में इमर्जिंग एरिया इन कंप्यूटर साइंस एंड टेक्नोलॉजी विषय पर तीन दिवसीय नेशनल सैमीनार के द्वितीय दिवस प्रथम सत्र में सुनील कुमार देवांगन द्वारा प्रिंसिपल ऑफ आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस एंड मशीन लर्निंग विषय पर एवं
द्वितीय सत्र में पारुल दुबे (सहायक प्राध्यापक रायसोनी महाविद्यालय नागपुर) द्वारा क्लाउड कंप्यूटिंग विषय पर सारगर्भित एवं शोधपरक व्याख्यान प्रस्तुत किया गया।
सुनील कुमार देवांगन ने बताया कि ए.आई. मतलब आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, यह एक प्रकार का रोबोटिक है, जो मनुष्य की कार्य प्रगति को और तेज करता है।एआई के विभिन्न प्रकार होते हैं जैसे सुपरवाइज्ड ओर अनसुपरवाइज्ड ।
सुपरवाइज्ड एआई मे हम डाटा को एक संग्रहीत रूप में स्टोर करते हुए फ्यूचर में कभी भी प्रयोग में ला सकते हैं।
उदाहरण गूगल पर कोई डाटा सर्च करें तो उस से रिलेटेड और भी डाटा प्राप्त होते हैं।
और अनसुपरवाइज्ड में डाटा तुरंत यूज़ हो और तुरंत उसको फिनिश करें, उदाहरण कोई ओटीपी वाला कार्य।
एआई का प्रयोग विभिन्न प्रकार में किया जाता है ,आजकल हर एक चीज में मानव जीवन को आसान बनाने के लिए एआई का प्रयोग करती जा रही है। जैसे हम मोबाइल में बिना बटन दबाएं सिर्फ बोलकर कॉल कनेक्ट कर सकते हैं।
दूसरे सत्र में पारुल दुबे ने बताया कि डाटा को स्टोर व डाटा का प्रयोग हम क्लाउड के माध्यम से कर सकते हैं ।आज की जनरेशन के लिए क्लाउड कंप्यूटिंग की जानकारी रखना बहुत जरूरी है।
आज हर एक डाटा क्लाउड बेस्ड होता जा रहा है, ए.डब्ल्यू.एस. क्लाउड का एक विभिन्न रूप है।
उपरोक्त जानकारी देते हुए विप्र कॉलेज के प्राचार्य डॉ. मेघेश तिवारी ने बताया कि सेमिनार की तीसरे दिन एवं आखिरी दिन भुवनेश्वर उड़ीसा के डा. दीपक कुमार देवांगन तथा रुंगटा कॉलेज रायपुर के आशीष कुमार ताम्रकार का व्याख्यान होगा।
इसके बाद सेमिनार का समापन समारोह मुख्य अतिथि प्रोफ़ेसर पीयूष कांत पांडे (वाइस चांसलर एमिटी यूनिवर्सिटी रायपुर ) की गरिमामय उपस्थिति में संपन्न होगा। शोध पत्र प्रस्तुत करने वाले शोधार्थियों एवं प्रतिभागियों को मुख्य अतिथि प्रमाण पत्र प्रदान कर सम्मानित एवं प्रोत्साहित करेंगे।