रायपुर :. छत्तीसगढ़ युवा विकास संगठन संचालित विप्र कला ,वाणिज्य एवं शारीरिक शिक्षा महाविद्यालय तथा दिशा कॉलेज रायपुर के संयुक्त तत्वावधान में इमर्जिंग एरिया इन कंप्यूटर साइंस एंड टेक्नोलॉजी विषय पर तीन दिवसीय नेशनल सेमीनार का उद्घाटन समारोह मुख्य अतिथि कमोडोर अजय बिसेन (एक्स नेवल ऑफिसर) , कार्यक्रम की अध्यक्षता प्रोफेसर डॉ . गिरीश कांत पांडेय (पूर्व कुलसचिव पंडित रविशंकर शुक्ल विश्वविद्यालय ) की गरिमामय उपस्थिति में संपन्न हुआ। इस अवसर पर विशेष रूप से उपस्थित की नोट स्पीकर एवं विषय विशेषज्ञ मनीष दुबे (आईटी एडवाइजर तथा क्लाउड एक्सपर्ट जॉर्जिया अमेरिका) थे।
शुभारंभ करते हुए कमोडोर अजय बिसेन ने कहा कि आज से 20 वर्ष बाद क्लास रूम का अर्थ बदल जाएगा। छात्र कहीं भी, किसी भी विषय में विश्व के किसी भी टीचर का लेक्चर सुन सकता है ।इसके लिए कॉलेज टीचर को तकनीकी रूप से उन्नत होने की आवश्यकता है ।साथ ही टीचर और छात्रों में तकनीकी योग्यता के साथ-साथ कम्युनिकेशन स्किल ,टाइम मैनेजमेंट और लीडरशिप क्वालिटी होना भी आवश्यक है । आपने सेमिनार में 3 दिन सब कुछ सुना, परंतु उसमें से कुछ भी आपने अपने जीवन में उपयोग नहीं किया, तो सेमिनार का कोई अर्थ नहीं रह जाएगा। परंतु आपने जो 3 दिन जो सुना, उसमें से कुछ चीजों को आपने याद रखा और अपने डेवलपमेंट में उपयोग किया तो यह सेमिनार आपके लिए सार्थक होगा।
इस अवसर पर अध्यक्षीय उद्बोधन में पूर्व कुलसचिव प्रो. गिरीश कांत पांडेय ने कहा कि कंप्यूटर आज हर क्षेत्र और हर कार्य में सहायक है इसके बिना कोई भी कार्य की पूर्णता संभव नहीं है ।परंतु आज अंग्रेजी के साथ टेक्नोलॉजी से जुड़ने पर यह समुद्र जैसा विशाल है ।अन्य भाषा के साथ तकनीकी से जुड़ने पर यह एक तालाब के अलावा कुछ नहीं है। टेक्नोलॉजी के ज्ञान के साथ आज इसकी विश्वसनीयता भी जरूरी है। इस दिशा में नवीन शोध की आवश्यकता है। इसके पूर्व अतिथियों का स्वागत करते हुए विप्र कॉलेज के प्राचार्य डॉ .मेघेश तिवारी ने बताया कि आज 26 से 28 जून तक आयोजित नेशनल सेमिनार का संयुक्त आयोजन होने के कारण दोनों कॉलेज के साथ-साथ अधिक से अधिक संख्या में लोगों को लाभ मिलेगा
साथ अपने अनुभव और ज्ञान का आपस में साझा करने से विद्यार्थियों के लिए शिक्षक अपने ज्ञान के भंडार में वृद्धि कर पाएंगे। दिशा कॉलेज के प्राचार्य डॉ. अनिल तिवारी ने कहा कि इस पृथ्वी पर ज्ञान से पवित्र कुछ नहीं है ।ज्ञान की भूख हमेशा बने रहना चाहिए और इसके साथ ज्ञान का उपयोग अपने कार्यों में करने से मानव जीवन सार्थक होता है।
इसके बाद प्रथम तकनीकी सत्र में मनीष दुबे ने अपने व्याख्यान में बताया कि
क्लाउड कंप्यूटिंग एक प्रकार का स्टोरेज डिवाइस है ,जो क्लाउड के पैटर्न में काम करता है। इसका सबसे बड़ा एडवांटेज यह है, कि इसको हम बिजनेस इन फर्स्ट स्ट्रक्चर मैनेजमेंट के साथ कनेक्ट कर सकते हैं।क्लाउड कंप्यूटर में कमी यह है कि इसको लोड बैलेंसिंग की सिक्योरिटी नहीं होती।क्लाउड कंप्यूटिंग विभिन्न प्रकार के होते हैं इंफ्रास्ट्रक्चर बेस्ड क्लाउड,प्लेटफॉर्म एस ए सर्विस,
सॉफ्टवेयर बेस क्लाउड.।
इसके बाद उन्होंने क्लाउड की सहायता से इंफॉर्मेशन को अधिक समय तक स्टोर करने और कहीं से एक्सेस करने के तरीके बताएं।
द्वितीय तकनीकी सत्र में महाराजा अग्रसेन कॉलेज के सहायक प्राध्यापक आराधना दीवान ने अपने व्याख्यान मैं बताया कि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की सहायता से हमने हेल्थ के मामले में बहुत अधिक प्रगति किया हैं। आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की सहायता से हम हार्ट में होने वाली डीसी स्कोर पहले ही रोक सकते हैं ।हार्ट के रिस्क फैक्टर बहुत कम हो गए हैं आजकल मशीन हर तरह की बीमारियों को पकड़ने में सक्षम है।
हेल्थ के मामले में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की सहायता से हम कुछ ही मिनटों में शरीर के अंदर समस्या को पकड़ सकते हैं। छोटे बच्चों से लेकर बुजुर्ग तक काम करता है इसको हम रोबोट की सहायता से कनेक्ट करते हुए प्रयोग में लाते हैं। तकनीकी सत्र का संचालन संयोजक मोहित श्रीवास्तव ने किया ।इसके पूर्व का उद्घाटन समारोह का संचालन डॉक्टर दिव्या शर्मा ने किया ।इस अवसर पर दोनों कॉलेज के प्राध्यापकों सहित बड़ी संख्या में विद्यार्थी भी उपस्थित थे।
27 जून मंगलवार को द्वितीय दिवस प्रथम सत्र में ऑफलाइन मोड में सुनील कुमार देवांगन द्वारा लेक्चर दिया जाएगा। जिसका शीर्षक प्रिंसिपल ऑफ आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस एंड मशीन लर्निंग है।द्वितीय दिवस के द्वितीय सत्र में मिसेस पारुल दुबे नागपुर द्वारा व्याख्यान दिया जाएगा जिसका शीर्षक क्लाउड कंप्यूटिंग है।

ब्रेकिंग
- मुख्य सचिव ने ली, उच्च स्तरीय बैठक
- जोरा नाला कंट्रोल स्ट्रक्चर से इंद्रावती नदी में जल प्रवाह हुआ,सुनिश्चित
- राज्यपाल को मुख्यमंत्री ने दी, होली की शुभकामनाएं
- मुख्यमंत्री ने प्रदेशवासियों को होली की दी हार्दिक शुभकामनाएं
- महाविजय में पार्टी के समर्पित कार्यकर्ताओं के कठिन परिश्रम की बड़ी भूमिका:प्रधानमंत्री