नई दिल्ली: यूरोप यात्रा के दौरान बेल्जियम पहुंचे कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कहा कि भारत के लोकतांत्रित संस्थाओं पर पर चौतरफा हमला हो रहा है और देश के लोकतांत्रिक ढांचे को दबाने की कोशिश पर यूरोपीय संघ के हलकों में भी चिंता है.
राहुल गांधी ने कहा, “उन्होंने विपक्ष के नेता को आमंत्रित नहीं करने का फैसला किया है. यह आपको कुछ बताता है. यह आपको बताता है कि वे भारत की 60% आबादी के नेता को महत्व नहीं देते हैं. यह कुछ ऐसा है जिसके बारे में लोगों को सोचना चाहिए – उन्हें ऐसा करने की आवश्यकता क्यों महसूस हो रही है और इसके पीछे किस प्रकार की सोच है.”उन्होंने रूस यूक्रेन संघर्ष पर भारत सरकार की मौजूदा नीति से सहमति जताई.दिल्ली में हो रहे जी-20 शिखर सम्मेलन में डिनर पर कांग्रेस अध्यक्ष और विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे को आमंत्रित नहीं किए जाने को राहुल गांधी ने ‘विपक्ष की अवहेलना’ बताया है.