रायगढ़ :महाराज की कला, संगीत, संस्कृति और साहित्य के प्रति अगाध समर्पण को याद करते हुए श्री चक्रधर महाराज की स्मृति में पिछले 39 वर्षो आयोजित होने वाले विश्वप्रसिद्ध चक्रधर समारोह में रायपुर की स्निग्धा महापात्र ने प्रसिद्ध ओडिसी नृत्य गुरु लकी महंती के साथ कृष्ण लीला के विभिन्न आयामों जिसमें पंचदेव नृत्य, आहे नील शैल…पर अभिनय, गीत गोविंदम से उद्धरित शीत कमला..पर श्रीमती विद्या दास के साथ संयुक्त राधा कृष्ण अभिनय तथा श्रीकृष्ण के प्रति समर्पण के कुरु यदु नंदन …पर श्री महंती के एकल अभिनय की मनमोहक प्रस्तुति ने समा बांध दिया ।
उनकी प्रतुतियों में उनके शिष्या विद्या दास एवं स्निग्धा महापात्र के साथ ही शाश्वती ने भी बेहतरीन अभिनय से दर्शकों का मन मोह लिया ।
उपस्थितजनों ने सभी प्रतुतियों की जमकर सराहना की । रायगढ़ के सासंद महोदय ने श्री लकी महंती, स्निग्धा और अन्य कलाकारों का स्मृति चिन्ह एवं प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया । उल्लेखनीय है कि स्निग्धा 6 वर्ष की उम्र से ही नृत्य सीख रही है और उसने देश के अनेक स्थानों पर विभिन्न अवसरों पर पहले भी अपनी प्रस्तुतियां दी है।