रायपुर। प्रदेश कांग्रेस संचार विभाग के अध्यक्ष सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि धान खरीदी केंद्रों में फैली अव्यवस्था के कारण 50 प्रतिशत से अधिक धान खरीदी केंद्रों में खरीदी लगभग बंद हो चुकी है। सोसायटियों से उठाव नहीं होने के कारण जाम के हालात है। जगह की कमी होने के कारण सोसायटियां हाथ खड़ा कर रही है, किसान परेशान है, बारदाने की कमी अभी भी बरकरार है, टोकन की परेशानी खत्म होने का नाम नहीं ले रही है, किसान खरीदी शुरू होने के डेढ़ माह बाद भी टोकन के लिये परेशान हो रहे है। खरीदी केंद्रों में फैली अव्यवस्था से साफ हो रहा है कि सरकार की नीयत पूरा धान खरीदी करने की नहीं है।
प्रदेश कांग्रेस संचार विभाग के अध्यक्ष सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि मोदी की गारंटी में वादा किया था किसानों को एकमुश्त भुगतान किया जायेगा तथा ग्राम पंचायतों में काउंटर बनाकर भुगतान होगा। मुख्यमंत्री बताये कितने गांव में धान के भुगतान के लिये काउंटर बनाये गये है। सरकार ने यह घोषणा किया था कि 72 घंटे में किसानों के खाते में पैसा आयेगा, लेकिन जो लोग धान बेच चुके है, उनके खाते में रकम हफ्तों तक नहीं आया है, जो रकम आ रहा है वह एकमुश्त 3100 नहीं है, सिर्फ 2300 रू. प्रति क्विंटल ही आ रहा है (जो समर्थन मूल्य है उतना)। भाजपा ने 3100 रू. एकमुश्त देने का वादा किया था।
प्रदेश कांग्रेस संचार विभाग के अध्यक्ष सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि धान की कीमत का भुगतान 3217 रू. में करें क्योंकि 3100 रू. भाजपा ने अपने चुनावी वायदे में कहा था। केन्द्र सरकार ने धान का समर्थन मूल्य 117 रू. बढ़ा दिया है। इस कारण इस वर्ष धान की खरीदी 3100 रू. से बढ़ाकर 3217 रू. किया जाये। कांग्रेस के समय भी कांग्रेस ने धान का समर्थन मूल्य 2500 देने का वादा किया था लेकिन समर्थन मूल्य बढ़ने पर कांग्रेस ने 2640 रू. में धान खरीदी किया था।