दुर्ग: जिले के धमधा ब्लॉक के ग्राम पंचायत पेडनरावन की संगीता सिन्हा को जब दीदी ई-रिक्शा सहायता योजना के बारे में पता चला, तो उन्होंने तुरंत काम करना शुरू कर दिया। अपने पति के साथ कई सालों तक मेहनत-मजदूरी वाली नौकरियों में काम करने के बाद, उन्हें पता था कि इस अवसर का समझदारी से इस्तेमाल करके उनकी ज़िंदगी बदली जा सकती है।
जिस क्षण से उसने वाहन चलाना शुरू किया, उसके जीवन में सकारात्मक बदलाव आया। ई-रिक्शा चलाने की आसानी और इसके लचीलेपन ने संगीता को अपने नए पेशे और घरेलू जिम्मेदारियों को कुशलतापूर्वक संभालने का साधन प्रदान किया। अब उसकी दैनिक आय 300-400 रुपये के बीच है, संगीता की नई भूमिका रोशन की आय में वृद्धि करती है और उसके परिवार के लिए जीवन स्तर को बेहतर बनाती है।