रायपुर:पुण्यश्लोक लोकमाता देवी अहिल्याबाई जी होलकर के त्रिशताब्दी जन्मजयंती वर्ष के उपलक्ष्य में पांचजन्य विद्यालय, कुशालपुर में कार्यक्रम आयोजित किया गया।
यह जानकारी देते हुए कार्यक्रम में शामिल निश्चय बाजपेयी ने बताया कि पूरे भारतवर्ष में औरंगजेब और अन्य मुस्लिम आक्रांताओं द्वारा तोड़े गए हिंदू मंदिरों का पुनर्निर्माण कराने वाली, वहां धर्मशाला, तालाब और अखण्ड भंडारे के लिए रसोई की व्यवस्था कराने वाली देवी अहिल्याबाई की अद्भुत गाथा सुनकर मन भाव विभोर हो गया।उन्होंने कहा एक-एक कर अपने समस्त स्वजनों को खो देने के बाद भी लोकमाता अपने संकल्प पर दृढ़ रहीं और उनका अभियान चलता रहा। उन्होंने हिंदुत्व रक्षा के लिए अपना पूरा धन और जीवन सबकुछ न्योछावर कर दिया।