रायपुर:ज्योतिष्पीठाधीश्वर जगद्गुरु शंकराचार्य अविमुक्तेश्वरानंद के निर्देशन एवं नेतृत्व में संपूर्ण भारत में गौ प्रतिष्ठा के अंतर्गत गो ध्वज स्थापना भारत यात्रा 22 सितंबर से 26 अक्टूबर तक आयोजित है। जो भारत के समस्त 37 प्रदेशों की राजधानियों तक जाएगी तथा वहां एक गो ध्वज की स्थापना की जाएगी।
स्वतंत्रता प्राप्त से ही निरन्तर गौमाता की प्रतिष्ठा एवं राक्षा के प्रयास होते रहे है करपात्री जी महाराज के नेतृत्व में हुआ प्रचलित गौरक्षा आंदोलन है जिसके लिए हजारों गौ भक्ती का बलिदान हुआ था। इसी क्रम में गौमाता को राष्ट्रमाता का सम्मान दिलाकर गोहत्या मुक्त भारत बनाने हेतु परम गोभक्त पूज्य गोपाल मणि ने गौ प्रतिष्ठा आंदोलन का नेतृत्व कर देशभर में इसे जीवन्त रखा तथा इस पवित्र अभियान में चारो पीठों के जगद्गुरु शंकराचार्य का आशीर्वाद प्राप्त किया। चारो पीठों के पूज्य जगद्गुरु शंकराचार्यों दवारा अभिषिचित एवं समर्थित गौमाता को राष्ट्रमाता का सम्मान दिलाने एवं गौहत्या बंदी कानून हेतु देश में गौ संसद का आयोजन हुआ जिसमें रामा गौ प्रतिष्ठा संहिता बिल सहित धर्मादेश भी पारित किया जा चुका है।
ज्योर्तिमठ जगद्गुरु शंकराचार्य अविमुक्तेश्वरानंद महाराज ने 14 मार्च 2024 तक नंगे पैर पदयात्रा गोवर्धन से दिल्ली तक भी की। जगद्गुरु ज्योतिष्पीठाधीश्वर शंकराचार्य के निर्देशन में आज गौ प्रतिष्ठा का अभियान निरन्तर देशभर में गतिमान है जिन्होंने इस संवत्सर को गाँ संवत्सर के रूप में घोषित किया है।