निष्पक्ष चुनाव के लिए जनतंत्र को धनतंत्र में बदलने पर अंकुश जरूरी,आयोग के साथ बैठक में माकपा ने दिए सुझाव
रायपुर:केंद्रीय निर्वाचन आयुक्त और आयोग के साथ राजनीतिक दलों की आज हुई चर्चा में माकपा ने आयोग से निष्पक्षता के साथ सभी राजनीतिक दल के साथ समान व्यवहार पर जोर देते हुए जनतंत्र को धनतंत्र में बदलने चुनाव में बड़े पैमाने पर भारी धनराशि के खर्च को नियंत्रित करने की मांग की ।
माकपा नेता एम के नंदी तथा धर्मराज महापात्र आयोग के साथ हुई इस बैठक में शामिल थे । माकपा ने नए मतदाताओं के पंजीकरण में निर्वाचन आयोग के पोर्टल में आ रही समस्या से भी आयोग को अवगत कराया। पार्टी ने किसी भी राजनीतिक दल द्वारा एकमुश्त नाम जोड़ने या विलोपित करने के प्रस्ताव के उपयुक्त परीक्षण के बिना नाम विलोपित न किए जाने की मांग की । पार्टी ने इस संबध में पिछले चुनाव के अनुभव साझा करते हुए आयोग से कहा कि अनेक मतदाताओं को चुनाव के दिन ही पता लगा कि उनके नाम विलोपित कर दिए गए हैं और वे लोग मतदान से वंचित कर दिए गए । पार्टी ने चुनाव के दौरान आचार संहिता का कड़ाई से पालन किए जाने , हेट प्रचार पर रोक लगाने तथा प्रचार के लिए सभी राजनीतिक दल को समान अवसर दिए जाने की भी बात कही । माकपा ने चुनाव के समय शराब, मुर्गा, बकरा पार्टी, पैसे के प्रलोभन पर अंकुश पर जोर देते हुए इसके लिए विशेष टीम गठित कर ऐसी घटना के संबध में जनता से सीधे शिकायत के लिए उनके नंबर सार्वजनिक करने तथा शिकायत पर त्वरित कार्यवाही के भी सुझाव दिए । माकपा ने साथ ही आदिवासी क्षेत्रों में मतदान केंद्र की दूरी को भी युक्तियुक्त किए जाने पर जोर दिया ।
मुख्य निर्वाचन आयुक्त ने माकपा द्वारा उठाए गए सभी विषयों पर उचित पहल हेतु आश्वस्त करते हुए उठाए गए मुद्दों पर अपने स्पष्टीकरण भी दिए।