रायपुर:सनातन धर्म एकमात्र ऐसा धर्म है जिसमें पक्षपात नहीं किया गया है। जीव को उसके अपने कर्मों के आधार पर स्वर्ग अथवा नरक की प्राप्ति होती है। यहाॅ किसी की सिफारिश नहीं चलती।उक्त बातें उत्तराम्नाय ज्योतिष्पीठाधीश्वर जगद्गुरु शङ्कराचार्य स्वामिश्रीः अविमुक्तेश्वरानन्दः सरस्वती ‘1008’ ने चातुर्मास्य प्रवचन के अन्तर्गत चल रहे श्रीमद्भागवत कथा के अवसर पर कही।
उन्होंने कहा कि अन्यों के यहाॅ भले ही आपने अच्छे कर्म किए हों पर यदि आपकी सिफारिश धर्मप्रवर्तक के द्वारा न की जाए तो आपकी सद्गति असम्भव हो जाती है। वहाॅ कर्म के साथ साथ किसी की सिफारिश का होना भी अनिवार्य होता है पर हमारे सनातन धर्म में किसी का मुख देखकर, जाति देखकर, लिंग देखकर, योग्यता देखकर पक्षपात नहीं किया जाता। यहाॅ केवल जीव के कर्म देखे जाते हैं। वेद पढा हुआ ब्राह्मण हो और यदि वह भी आततायी हो तो उसके वध की आज्ञा हमारे धर्मशास्त्र देते हैं।
शङ्कराचार्य ने आगे कहा कि भगवान् का नाम लेने से पाप नष्ट हो जाते हैं। परन्तु यदि नाम लेने के बाद पुनः पाप करें तो यह हाथी स्नान जैसा हो जाता है। इससे पुराने पाप भी वापस लौटकर आ जाते हैं। इसीलिए कहा गया है कि भगवान् का नाम लेते रहें और पाप कर्म से बचे रहें।
शङ्कराचार्य के प्रवचन के पूर्व जगतगुरु शङ्कराचार्य महाराज भागवत कथा पंडाल पर पहुंचे जहाँ पर संस्कृत विद्या पीठ गुरुकुल एवं बनारस में अध्ययनरत छात्रों के द्वारा पूज्य शंकराचार्य महाराज का हर हर महादेव एवं जय गुरुदेव के जयघोष के साथ स्वागत किया मंच पर पहुंचते ही, सर्वप्रथम ब्रह्मलीन जगतगुरु शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती महाराज के, तैल चित्र पर पूजन अर्चन किया उसके उपरांत वह व्यास पीठ पर आसीन हुए जहां पर आज श्री मद भागवत कथा के यजमान रहे, रेखा त्रिपाठी (लखनऊ) माधुरी पांडे ( वाराणसी) सुधा पाठक(गाजियाबाद) लता पांडे (वाराणसी) रही जिहोंने पादुका पूजन भी किया
वही राजाराम पटेल संगीत मंडली के द्वारा भजनों की प्रस्तुति की गई
*मंच पर प्रमुख रूप से,शंकराचार्य महाराज की निजी सचिव चातुर्मास्य समारोह समिति के अध्यक्ष *ब्रह्मचारी सुबुद्धानन्द , ज्योतिष्पीठ पण्डित आचार्य रविशंकर द्विवेदी शास्त्री , गुरुकुल संस्कृत विद्यालय के उप प्राचार्य पं राजेन्द्र शास्त्री , दंडी स्वामी अमरिसानन् महाराज,पं,राजकुमार तिवारी,आदि ने अपने विचार व्यक्त किए। मंच का संयोजन अरविन्द मिश्र* एवं संचालन *ब्रह्मचारी ब्रह्मविद्यानन्द ने किया,
*काशी विश्वेश्वर पूजन हेतु जगद्गुरु को समर्पित किए शिवलिंग*
ज्ञानवापी में प्रकट काशी विश्वेश्वर की पूजा के लिए ज्योतिष्पीठाधीश्वर जगद्गुरु शङ्कराचार्य जी महाराज द्वारा चलाए जा रहे अभियान के लिए आज लखनऊ के मेधज टेक्नो प्रा लि की रेखा त्रिपाठी , नोएडा की सुधा पाठक , काशी की डा लता पाण्डेय एवं माधुरी पाण्डेय ने चार नर्मदेश्वर शिवलिंग ज्योतिष्पीठाधीश्वर शङ्कराचार्य महाराज को परमहंसी गंगा आश्रम में आकर समर्पित किए।