रायपुर:केंद्र की मोदी सरकार की मजदूर, किसान एवं जनविरोधी नीतियों का जोरदार विरोध करते हुए केंद्रीय ट्रेड यूनियन इंटक, एच एम एस, एटक, सीटू, एक्टू, बैंक, बीमा, केंद्र, राज्य, बी एस एन एल, रक्षा, कोयला, इस्पात, ऊर्जा कर्मचारियों, श्रमिको के साथ ही असंगठित क्षेत्र के श्रमिकों ने 9 अगस्त के ऐतिहासिक दिवस जिस दिन अंग्रेजों भारत छोड़ो के नारे के साथ देश की आजादी के आंदोलन में एक ऐतिहासिक संघर्ष की 1942 में शुरुआत हुई थी उस दिन देशभर की राजधानियों में महगाई रोकने, निजीकरण की नीति बंद करने, 26000 रुपए न्यूनतम वेतन, श्रमिक विरोधी श्रम संहिता वापस लेने, सभी योजना कर्मियों को सरकारी कर्मचारी का दर्जा देने, पुरानी पेंशन योजना बहाल करने, किसानों के उपज की खरीदी की गारंटी के कानून बनाने सहित14 सूत्रीय मांगों को लेकर देशभर में जनता बचाओ, देश बचाओ नारे के साथ राज्यों की राजधानियों में महापड़ाव का आव्हान किया है ।
इंटक के अध्यक्ष संजय सिंह, एच एम एस के कार्यकारी अध्यक्ष एच एस मिश्रा, एटक के महासचिव हरनाथ सिंह, सीटू के महासचिव एम के नंदी, एक्टू के महासचिव बृजेंद्र तिवारी, सी जेड आई ई ए के महासचिव धर्मराज महापात्र, केंद्रीय कर्म समन्वय समिति के दिनेश पटेल, छग तृतीय वर्ग शास कर्म संघ के अध्यक्ष चंद्रशेखर तिवारी, ए आई बी ई ए के महासचिव शिरीष नलगुंडवार, बेफी के महासचिव डी के सरकार, बी एस एन एल ई यू के प्रांतीय सचिव भट्ट , एस टी यू सी के सचिव एस सी भट्टाचार्य ने एक संयुक्त वक्तव्य में उक्त जानकारी देते हुए कहा कि 9 अगस्त को श्रमिक संगठन की ओर से संयुक्त रूप से बूढ़ातालाब धरना स्थल में दोपहर 12 बजे से 3 बजे तक धरना दिया जाएगा ।
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