बेमेतरा,: विधानसभा क्षेत्र के ग्राम सोरला में भू माफिया के खिलाफ की गई शिकायत पर कार्रवाई नहीं होने से ग्रामीणों में खासी नाराजगी है । भू माफियाओं के द्वारा नाले पर अवैध कब्जे से गांव के किसानों को खासा नुकसान उठाना पड़ रहा है । इस संबंध में क्षेत्र के तहसीलदार, एसडीएम, कलेक्टर से लेकर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से शिकायत के बावजूद आज तक भू माफिया पर कोई कार्रवाई नहीं हुई है । अपेक्षित कार्रवाई नहीं होने से गांव के किसानों ने किसान नेता योगेश तिवारी को सारे प्रकरण की जानकारी देकर मदद के लिए गुहार लगाई । इसके बाद किसान नेता ग्राम सोरला पहुंचकर ग्रामीणों से रूबरू हुए । इस दौरान धनेश राम साहू, खुमान शर्मा, शमलिया, रामानंद मरकाम, महंगू राम साहू, भागवत साहू, शत्रुहन साहू, हेमकुमार साहू, रामप्रसाद साहू, पूनाराम निर्मलकर, किशुन राम भूमिजन, परेटन साहू, रामचंद साहू, माखन साहू, पवन साहू, भगवती साहू, पूनाराम साहू, रितेश, बीरेंद्र, हेमंत, खेदूराम साहू, पन्ना मंडावी, आजू राम साहू, नोखेलाल, लीलाशाह, नारायण नेताम, रेवा राम आदि ग्रामीण उपस्थित थे ।
अधिकारी सुध लेने को तैयार नहीं
किसानों ने किसान नेता को बताया कि भू-माफिया के द्वारा नाले में कब्जा करने के कारण खेतों में 5 से 6 फीट पानी भरने से फसल चौपट हो रही है । प्रशासन से बार-बार गुहार लगाए जाने के बावजूद कोई अधिकारी सुध लेने को तैयार नहीं है । किसान नेता के नेतृत्व में किसानों के साथ मिलकर फिर एक बार कलेक्टर को सौंपेंगे ज्ञापन ।
500 मीटर नाले की मुरूम से फीलिंग, निकासी हुई प्रभावित
किसानों ने बताया कि बन्दोबस्त सन् 1983-84 में त्रुटि करके उक्त जमीन को दूसरे किसानों के नाम से दर्ज कर दिया गया । जिस खसरा नंबर में उक्त जमीन को त्रुटि कर चढ़ाया गया । उस जमीन का बिक्री 2 से 3 बार हो गया है । पहले के किसानों द्वारा नाले रूप में छोड़कर ही खेत को ही काबिज किया जाता रहा है । वर्तमान में बेरला निवासी भू-माफिया ने लगभग 500 मीटर लंबा नाले खरीदा गया है, सोरला सरहद में है । यहां नाले पर कब्जा के कारण किसानों के खेतों में पानी भरा है ।
किसानों को अपनी जमीन बेचने किया जा रहा मजबूर
किसानों के अनुसार जानबूझकर नाले पर कब्जा कर किसानों को परेशान किया जा रहा है, ताकि आसपास की किसान अपनी जमीन को औने-पौने दाम पर बेच दें । भूमाफिया ने नाले में 5-6 हाईवा मिट्टी डलवाकर पानी के मार्ग को पूर्णत: अवरुद्ध कर दिया गया है । जिससे बरसात होने पर नाले के आसपास के कई एकड़ खेतों 5 फुट पानी भर गया है। खेत तालाब में तब्दील हो गए हैं ।